तन्हाई
घने बादलो से गिरा ,
तेज़ तूफ़ान और बिजली से भरा |
ऐसी ही कुछ मेरी ज़िन्दगी ,
काटो से भरा |
भरी भरी ये आखें ,
झुकी झुकी सी नज़रे |
सूनी सूनी सी राहे ,
तनहा ज़िन्दगी हे मेरा |
न साथी न आसरा ,
बस में और मेरी सपनो की दुनिया |
अब जीने का क्या मतलब ,
जब जीना हे आपके बिना |
हसीं मुस्कान के पीछे ,
मुख्वाड़े का तो हे काम |
महफ़िल के पीछे ,
बस तन्हाई ही हे मेरे यार |
ये झूटी मुस्कान ,
जो छुपाये हर गम मेरे यार |
न सह पयींगे आगे ,
यह तन्हाई भरी ज़िन्दगी भगवन |
लिकनेवाली : - आद्रिका राइ
Nice post.. It feels great to see updates even during the examination.
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