Tuesday, 17 April 2012

तू और तेरी यादें ...

तू  और  तेरी  यादें  ...

तेरी  यादें  हर  वक़्त  सताएं 
तेरी  वोह  बातें  होटों  पे  मुस्कान  लाये 
तस्वीर  तेरी  दिल  में  समाये 
हर  वक़्त  हमारी  खयालों  में  छाए 
सपनों   में  भी  पीछा  न  छोड़े 
कभी  दिल  तोड़े  न  मेरे 
हर  लम्हा  बसे  हो  मन्न  में  मेरे 
रहो  तुम  हर  राह  संग  मेरे  ...
तुझमे  बसी  हूँ  मैं 
तेरे  दिल  में  चाई  हूँ  मैं 
कैसे  कोई  और  चुराए 
क्यूंकि  सिर्फ  और  सिर्फ  तेरी  हूँ  मैं  ...


                                  द्वारा लिखित :- आद्रिका राइ 

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