बिखरे उसके सपने बिछड़ गए उसके अपने
टूट गयी उसकी उम्मीदें
छूट गया उसका प्यार
बना ली अपनी छोटी सी दुनिया
जिस दुनिया में था न कोई अपना
बस वोह और उसकी बातें
जिसे याद करके जीती है वोह
खुद से बातें करती है वोह
जो देती हैं उसे पल भर की खुशियाँ ...
न रहा कोई दोस्त
न रहा प्यार
मांगी थी दोस्ती
मिल गयी दूरी
रोते रोते हँस पड़ती है वोह
और हँसते हँसते रो पड़ती है
चाहती थी साथ रहे वोह उसके
जाने क्यूँ रूठ गया वोह उससे
लगे जैसे सब छूट गए उससे
और रह गयी वोह अकेली ...
द्वारा लिखित :- मिस्बाह
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