Sunday, 20 November 2011

प्यार की एक कहानी ...


प्यार  की  एक  कहानी ...

प्यार  की  कहानी  हे  ये  कुछ  ख़ास ,
छोटी  सी  पर  हे  ये  मज़ेदार , 
मेरे  लिए  हे  ये  बोहोत  ख़ास ,
जीवन  का  सबसे  अनोखा  एहसास |

शायद  किस्मत  से  हम  मिले , 
मिले  तोह  मिले  ,सिर्फ  एक  शर्त  के  लिए , 
चाहा  हमको  फसाने  के  लिए , 
पर  खुद  फस  गए  हमारे  प्यार  में | 

प्यार  करना  आपके  दाए  हाथ  का  खेल  था , 
वोह  सिर्फ  आप  के  लिए  एक  मजाक  था ,
मेरे  लिए  भी  ये  बेकार  था ,
बस  दोनों  के  खिलाफ  था | 


दोस्त  बन  कर  बात  किया , 
फिर  बेशर्मो  जैसे  प्रोपोसे  किया , 
प्यार  का  झूठा  नाटक  किया , 
बदले  में  सिर्फ  इनकार  मिला | 


आखिर  में  कर  बैठे  हमसे  प्यार , 
क्या पाया  हम  में आपने  इतना  ख़ास  ?
इनकार  करने  के  बावजूद  बार  बार ,
करते  रहे  हमसे  प्यार  बेशुमार  |

मिट  गए  दूरियाँ , 
मिलते  रहे , बढ़  गयी  नज़दीकियाँ ,
भुला  दिया  आपने  सब   कुछ ,
सिर्फ  मेरे  लिए  , हम ने  ये  जान  लिया |

कैसे  बदल  गए  हालात , 
धीरे  धीरे  उमड़  आई  विश्वास , 
प्यार  से  दूर  भागते  थे  दोनों ,
पर  अब  रहना  चाहे  साथ  साथ | 

अब  सिर्फ  हे  इंतज़ार , 
कब  ले  जायेंगे  हमें  आप ,
रहना  चाहू  मैं  हर  पल ,
सिर्फ  और  सिर्फ  आपके  साथ  !

जीयु  हर  दम  आपके  लिए ,
ख़ुशी  और  घम  हम  बाँटते  चले ,
वादा  रहा , छोडूंगी  न  आपका  साथ , 
रहूंगी  मरते  दम  तक  आपके  साथ ... |





                                                                              लिखनेवाली :- आद्रिका राइ .

No comments:

Post a Comment