इतनी सी मन्नत है मेरी
दिल में कोई शिकवा न रखना खुदा पर हमेशा ऐतबार करना
गुस्से से तुम दूर ही रहना
प्यार तुम सभी से करना
प्यार तुम सभी से करना
खुशियाँ छूम ले तुम्हारे क़दमों पर
पा लो तुम जन्नत अपने एक मांग पर
ख्वाईशें तुम्हारी सारी पूरी हो
सब कुछ रहे तुम्हारे सरआँखों पर
मन्नतें मेरी हमेशा रहेगी
इबादतें मेरी इतनी सी होगी
जहां भी होगे तुम
सब कुछ रहे तुम्हारे सरआँखों पर
मन्नतें मेरी हमेशा रहेगी
इबादतें मेरी इतनी सी होगी
जहां भी होगे तुम
वहां मेरी धड़कने बसेगी
देना चाहते हो खुशियाँ मुझे
तोह बस अपना ख़याल रखना दिन और सुबह
दिल में अपने कोई सवाल न रखना
बस अपने रास्ते पर रहना
देना चाहते हो खुशियाँ मुझे
तोह बस अपना ख़याल रखना दिन और सुबह
दिल में अपने कोई सवाल न रखना
बस अपने रास्ते पर रहना
भूल भी जाओ तुम हमें
तोह कोई परवाह नहीं
तुम्हारी सलामती चाहते हैं हम
बस इतनी सी मन्नत है मेरी ...
तोह कोई परवाह नहीं
तुम्हारी सलामती चाहते हैं हम
बस इतनी सी मन्नत है मेरी ...
द्वारा लिखित :- आद्रिका राइ
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