ए खुदा
बस याद किया और पाया आपको |
कभी शिकायत का मौका ही न दिया ,
इतना आपने हमसे प्यार किया |
कैसे करे शुक्रिया ..?
जितना झुकू कम पड़े ए खुदा,
माता पिता से ज्यादा आपका आदर किया ...|
हर पल थे आप मेरे साथ ,
जब भी ज़रुरत पड़ी ,
थमा आपने मेरा हाथ |
कभी न थे आप हमसे खफा ,
ज़ल्ज़लूँ में भी पास बैठे हर समां |
थे जब हम अकेले ,
सहारा दिया कंधो के टेल |
उल्झानोको सुलझाया ,
चुटकी में हमे मुस्कुराया |
आपने हमे हँसाया,
जब भी किसीने रुलाया |
जीना आपने सिखाया ,
बनके मेरी छाया |
माँगा जो भी हमने ,
दिया आपने सब कुछ पल में |
बस साथ रहना हमेशा ए खुदा ,
क्योंकि आगे खोना हे ज्यादा , पाना कहा !!!
कमज़ोर न पड़ने देना हमें ,
इतनी शाख्ती देना हमें |
खुश रखना उनको खुदा ,
जिनको चाहते हे हम दिलो जान ...
कभी न छोड़ो उनका हाथ ,
क्योंकि हम न रह पाएंगे उनके साथ |
उम्र थो हमारी उनको दीजिये ,
थोड़े वोह जिद्दी हे , पर माफ़ ज़रूर कीजिये ,
ए खुदा , इतना आपसे गुजारिश |
लिखनेवाली :- आद्रिका राइ
good one..
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