हर पल पावू आपको ...
चेहरा जो आपका ,
दिखे हमे हर जगा |
आँखें जब बंद करे ,
सामने खड़े मिले आप |
दिखे हमे हर जगा |
आँखें जब बंद करे ,
सामने खड़े मिले आप |
सपने देखे हर समय |
ये न जानते हुए ,
बुनियाद ही लड़खड़ाते हुए |
प्यार करते हे हम इतना ,
न मिलने की गुंजाइश लिए |
रब से बात करते हे थो ,
सिर्फ आपके बारे में |
बसे हे आप मुझमे ...
मेरे खायालूँ में |
क्या करे रब्बा ,
उनमे आपको पाते हे ...
क्या करे रब्बा ,
उनमे आपको पाते हे ...
लिखनेवाली :- आद्रिका राइ
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